रविवार, 18 अप्रैल 2010

मेरी कविता

खुशबू आती हमें हंसाती 

फूल खिलता हमें महकाता 

बारिश आती छमछम 

हमें नचाती धमधम धाम

आकाश में बादल लहराते 

जिससे तारे चहक जाते

हम बच्चे हँसते-गाते

कभी बड़ों का दिल दुखाते

बड़े आते हमें समझाते

इसीलिये खुशिया आतीहमें हंसाती

फूल खिलता हमें महकाता 

और सबका मन लुभाता|

ये कविता प्रयास की अभिव्यक्ति की छात्रा कश्मीरी द्वारा लिखी गई है|

इस माह से अपनी बात पर प्रयास के बच्चों द्वारा लिखी कविता पोस्ट की जायेगी|

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